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दीवारों पर नमी के प्रकार और उनसे बचने के उपाय

Introduction

Editor - EasyBuild | Posted on January 31, 2024

मानसून का मौसम जैसे ही पास आने लगता है, हमें जरुरत होती है अपने घरों की दीवारों को रिसाव और नमी से बचाने की। बरसात का मौसम अधिकतर घरों के लिए अपने साथ नमी और सीलन जैसी चुनौती लेकर आता है। एक सीलन से भरा घर किसी के लिए भी असुविधा से कही ज्यादा है। घर में सीलन का आना एक गंभीर समस्या है, ऐसा इसलिए क्योंकी सीलन आपके घर के स्वरुप को प्रभावित करती है। इसी सीलन के चलते घर में अस्वास्थ्यकर वातावरण बन जाता है। जो न तो आपके स्वाथ्य के लिए अच्छा है और न आपके कल्याण के लिए। वही दूसरी ओर घर में सीलन के कारण प्रोत्साहित करने वाले कीट भी आकर्षित होते हैं जो आपके घरों की दीवारों को छील देते हैं, घर के अंदरूनी हिस्से को नुकसान पहुंचाते हैं, और यहां तक कि जंग भी लगने का खतरा रहता है जिसकी वजह से इमारत की संरचना को नुकसान पहुंचाता हैं।

घर में नमी के कारण

घर में नमी आने के विभिन्न कारण है। जिसमें शामिल है:-

घर में खराब वेंटिलेशन: अपर्याप्त वायु यदि आपके घर के अंदर ही फंस रही है, तो ये घर सीलन आने का एक बड़ा कारण है। जो घर में वेंटिलेशन ठीक से न होने पर होता है। आपको जरुरत है आप अपने घर का वेंटिलेशन सिस्टम ठीक करें।

घर में पानी का रिसाव: यदि आपके घर में भी टपकते पाइप, टपकती छतें या खिड़कियाँ है, तो वो घर में पानी ला सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप आपके घर में नमी की स्थिति पैदा हो सकती है।

संघनन: जब गर्म हवा दीवारों या खिड़कियों जैसी ठंडी सतहों के संपर्क में आती है, तो संघनन होता है, जिससे नमी के लिए प्रजनन भूमि बन जाती है। यदि आपके घर में ऐसी कोई समस्या है तो आपको जल्द-से-जल्द इसकी रोकथाम करने की जरुरत है।

आपके घर और स्वाथ्य पर नमी का प्रभाव

घर में सीलन या नमी के होने से आपके घर की संरचनात्मक अखंडता और आपके परिवार के स्वाथ्य पर इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। हम आपको यहां नम घरों से जुड़ी कुछ सामान्य समस्याएं बताने जा रहे है:

स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: घरों में नम वातावरण होने से फफूंदी और बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा मिलता है, जो साँस लेने की समस्याओं, त्वचा पर होने वाली एलर्जी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को ट्रिगर कर सकता है।

घर को होने वाला नुकसान: यदि आपके घर में अत्यधिक नमी है तो ये आपके लिए चिंता की बात है। नमी के कारण लकड़ी के ढांचे, पेंट और वॉलपेपर को नुकसान पहुंचता है, जिससे मरम्मत और नवीनीकरण महंगा हो सकता है।

कीटों से होने वाला संक्रमण: नमी की स्थिति कॉकरोच, सिल्वरफिश और धूल के कण जैसे कीटों को आकर्षित करती है, जिससे घर की साफ-सफाई और स्वच्छता से भी समझौता होता है।

नमी के प्रकार

घरों की दीवारों पर तीन प्राथमिक प्रकार की नमी आमतौर पर प्रचलित है:

बढ़ती नमी

ये नमी घरों में तब होती है जब जमीन का पानी या मिट्टी की नमी इमारत की नींव या दीवारों के छिद्रपूर्ण सामग्री के द्वारा ऊपर की ओर खींची जाती है। नमी को ईंटों और जोड़ों जैसी छिद्रपूर्ण निर्माण सामग्री द्वारा अवशोषित किया जाता है, जिससे दीवारों के आधार के पास नमी के धब्बे और क्षति होती है। यह नमी आमतौर पर भूतल और बेसमेंट को प्रभावित करती है। बढ़ती नमी के सामान्य संकेतों में दीवारों पर जगह-जगह निशान आना, पेंट का उखड़ना, वॉलपेपर का उखड़ना, प्लास्टर का झड़ना, घर में बासी गंध शामिल हैं। आम तौर पर नमी-प्रूफ कोर्स की कमी या समझौता के कारण होता है।

घुसपैठ वाली नमी

ये नमी घर में तब होती है जब नमी बाहरी स्रोतों से दीवारों के माध्यम से घुसपैठ करती है, जहां पानी लगातार लीक होता है या दीवारों और छत में रिसता है जैसे कि छतों का रिसाव, क्षतिग्रस्त गटर, दोषपूर्ण पाइपलाइन, या इमारत की संरचना में दरारें। यह इमारत के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है और आमतौर पर प्रचलित हवा की दिशा का सामना करने वाली दीवारों या भारी बारिश वाले क्षेत्रों में पाया जाता है। इस नमी के संकेतों में नम धब्बे, पानी के दाग, पेंट या वॉलपेपर का छिलना और कभी-कभी फफूंदी का बढ़ना या घर में फंगस का शामिल होता हैं।

संघनन नमी

संघनन नमी घर के अंदर रोजमर्रा की गतिविधियों का परिणाम होती है, जैसे बाथरूम, रसोई, कपड़े धोने का क्षेत्र और अपर्याप्त वेंटिलेशन वाले अन्य क्षेत्र जब गर्म नम हवा, खिड़कियों या दीवारों जैसी। ठंडी सतहों के संपर्क में आती है, तो यह पानी की बूंदों में संघनित हो जाती है। जिसके कारण नम क्षेत्रों, खिड़कियों, दीवारों पर पानी की बूंदें और कोनों या सतहों पर फफूंद की मात्र में वृद्धि होने लगती है।

नमी को रोकने के उपाय

घर के स्वरूप और अनुभव को बनाए रखने के साथ-साथ एक स्वस्थ रहने वाले वातावरण को बनाए रखने के लिए दीवारों पर नमी को रोकना आवश्यक है। नमी को रोकने के कुछ प्रभावी तरीके यहां दिए गए हैं:

उचित तरीके से वेंटिलेशन:

घर में नमी को रोकने के लिए उचित तरीके से घर में वेंटिलेशन का कार्य होना महत्वपूर्ण है। आपको इस बात की पूरी तरह से पुष्टि करें कि आपके घर में खिड़कियाँ खोलकर, रसोई और बाथरूम में एक्सट्रैक्टर पंखे का उपयोग करके और हवा के वेंट को खुला रखकर अच्छा वायु प्रवाह हो ताकि आपके घर में वेंटिलेशन की कोई समस्या न हो।

गटर और डाउनस्पॉउट का रखरखाव

घर में जल निकासी का पूरा प्रबंध करके रखें। उचित जल निकासी सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से अपने घर के गटरों और डाउनस्पाउट्स का निरीक्षण और रखरखाव करें। घर के गटर में किसी भी प्रकार के मलबे को जमा न होने दे, अन्यथा वो पानी की निकासी में अड़चन बन सकता है। घर में अगर कही भी रिसाव या क्षति है तो तुरंत उसकी मरम्मत करवाए। यह पानी को ओवरफ्लो होने और दीवारों में रिसने से रोकता है।

घर में कोई लीकेज न हो

जैसे ही आप पाइप, नल, छत या खिड़कियों में कोई रिसाव देखें, उसे तुरंत ठीक करें। अगर ध्यान न दिया जाए तो ऐसी छोटी-छोटी लीकेज भी नमी में योगदान कर सकती हैं। यदि समय रहते इन सब का ध्यान रख लिया जाए तो पानी को दीवारों में प्रवेश करने और नमी की समस्या पैदा होने से रोका जा सकता है।

वॉटरप्रूफिंग

अपने घर की बाहरी दीवारों, छतों और विशेष रूप से नमी के संपर्क में आने वाले क्षेत्रों, जैसे बेसमेंट या जल स्रोतों के पास, निर्माण रसायनों, वॉटरप्रूफिंग कोटिंग्स, या पानी प्रतिरोधी पेंट और फिनिश का उपयोग करने पर जरुर विचार करें। वाटरप्रूफ उत्पादों को एक सुरक्षात्मक अवरोध बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो पानी को दीवारों में प्रवेश करने से रोकता है, जिससे नमी का खतरा काफी हद तक खत्म हो जाता है।

घर में जल की उचित निकासी

इस बात को सुनिश्चित करें कि ज़मीन का ढलान आपके घर की नींव से दूर हो। इससे बारिश के पानी और भूजल दोनों को दीवारों से दूर करने में मदद मिलती है, जिससे नमी बढ़ने की संभावना कम हो जाती है। अगर आवश्यक हो, तो आप अपने घर की जल निकासी में सुधार के लिए घर के आसपास ग्रेडिंग में समायोजन कर सकते हैं।

डैम्प-प्रूफ़िंग

नमी-रोधी कोर्स एक सुरक्षात्मक परत है जो जमीन से दीवारों के माध्यम से नमी को बढ़ने से रोकती है। यदि आपके घर में नमी-रोधी कोर्स नहीं है या क्षतिग्रस्त है, तो इसे स्थापित करने या मरम्मत करने पर विचार करें। यह बढ़ती नमी को रोकने में मदद करता है और आपकी दीवारों को सूखा रखता है।

रखरखाव एवं निरीक्षण

नियमित रूप से नमी के किसी भी लक्षण, जैसे नम पैच, बासी गंध, या फफूंदी की वृद्धि की जांच करें। ऐसी समस्याओं को तुरंत ठीक करें ताकि उन्हें बिगड़ने से रोका जा सके और आपकी खूबसूरत दीवारों को और अधिक नुकसान पहुंचाया जा सके।

यदि आपके घर में नमी है तो ये एक गंभीर चिंता का विषय है। जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। मानसून के करीब आने के साथ, नमी उन आम समस्याओं में से एक होगी जिसका अधिकांश घरों में सामना होगा। हालाँकि, दीवारों पर नमी के प्रकार, नमी के कारणों और परिणामों को समझकर और निवारक उपायों को लागू करके, आप अपने और अपने परिवार के लिए एक स्वस्थ, अधिक आरामदायक रहने का वातावरण बना सकते हैं। याद रखें, आगे की क्षति को रोकने और शुष्क, सुरक्षित घर सुनिश्चित करने के लिए शीघ्र हस्तक्षेप महत्वपूर्ण है। नमी के खिलाफ कार्रवाई करें और एक खुशहाल, स्वस्थ रहने की जगह का आनंद लें।